Skip to main content

Posts

Showing posts from July, 2023

अपनी वास्तविक क्षमता को पहचाने

यह आपको पता है कि आप कितनी मेहनत कर सकते हैं ? आप क्या करना चाहते हैं ? इसके लिए आपको किसी से प्रतिस्पर्धा करने की जरूरत नहीं है । अधिकतर बच्चों में, बड़ों में, पढ़ाई में, बिजनेस में प्रतिस्पर्धा की बात की जाती है । हम यह क्यों भूल जाते हैं कि हर एक में अपनी क्षमता और अपना हुनर होता है जिसे वह मेहनत कर तराश सकता है और उसी मेहनत के अनुसार अपने उद्देश्य ,अपने गोल को प्राप्त कर सकते हैं । आप का तरीका दूसरों से अलग हो सकता है । आपका लक्ष्य भी दूसरों से अलग हो सकता है लेकिन आप अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें, यह आपके ही हाथ में है और इसमें केवल एक ही व्यक्ति आपको मदद कर सकता है , वह है आप स्वयं । जी हां, केवल आप । यदि आपके पास स्कूटर है और आप कार के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं तो कैसे संभव है । हरेक की अपनी खुद की क्षमता होती है । अपनी क्षमता को पहचान कर उसी अनुसार अपने लक्ष्य को हासिल करें । आप डॉक्टर हैं, इंजीनियर हैं, टीचर है या आप एक स्टूडेंट ही क्यों ना हो , आप अपना बेस्ट देने पर फोकस करें । प्रतिस्पर्धा को छोड़ें । कई बार अधिक क्षमता होने के बावजूद भी लोग इतना प्रयास नहीं करते जि

हर परिस्थिति में खुश रहें

 सभी परिस्थितियों में खुश रहने वाले व्यक्ति अपने आप में एक संतुष्ट व्यक्ति होता है । उसको आसपास की किसी भी प्रकार की परिस्थितियों से फर्क नहीं पड़ता क्योंकि जो कुछ होना है वह तो हो कर रहेगा । उसके लिए क्या रोना और क्या परेशान होना । अगर ट्रेन लेट है या एयरप्लेन सही समय पर नहीं पहुंच पा रहा है तो इसमें आप क्या कर सकते हो, चिंतित होकर अपने परिवार को फोन करके बार-बार बताओ कि हम लेट हो रहे हैं, क्या होगा ? वगैरा-वगैरा ।इस प्रकार से हम केवल अपने आप को उत्तेजित करते हैं, साथ ही साथ अपने परिवार अपने दोस्तों को भी दुखी कर देते हैं । इसकी बजाय अगर आप इत्मीनान से बैठकर मनन करें, मेडिटेशन करें या कोई किताब पढ़ें , कुछ वैसा करें जो आपके मन को शांत करें। इस प्रकार आप अपने अंदर की उत्तेजना को , क्रोध को , दुखी मन को आसानी से शांत कर सकते हैं और वैसे भी यह सारा दुख बेवजह हो रहा है । हम अपने आसपास ऐसा वातावरण पैदा कर देते हैं, छोटी-छोटी बातों पर जिसका कोई भी मतलब नहीं होता। कोई चीज खो जाती है तो बजाय यह सोचने के कि वह चीज हमने कहां रखी होगी थोड़ा सा इत्मीनान से बैठकर मनन करें तो वह चीज आपको खुद ही ढूं